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महिला स्वास्थ्य-सशक्तिकरण, कृषि और रोजगार संगोष्ठियों का केन्द्र रहेगा नवरात्र मेला



बुरहानपुर के धामन गाँव में होंगी पूर्वोत्तर राज्यों, महाराष्ट्र और पंजाब की प्रस्तुतियाँ 
ताँगा रेस, काँटा कुश्ती दंगल और भारूड़ नाटक रहेंगे मुख्य आर्कषण

चैत्र नवरात्र पर होने वाला धामन-गाँव मेला आस्था अराधना के केन्द्र के साथ बेहतर स्वास्थ्य, रोजगार, महिला सशक्तिकरण और खेती को लाभ का धंधा बनाने वाली जानकारियाँ देने वाले केन्द्र के रूप में स्थापित होता जा रहा है। महिला-बाल विकास मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि बुरहानपुर के ग्राम धामन गाँव में होने वाले मेले में इस वर्ष महिलाओं के लिये ड्रायविंग लाइसेंस बनाने के लिये विशेष व्यवस्था होगी। कृषि संगोष्ठी, स्वास्थ्य परीक्षण शिविर, जल जागरण अभियान के साथ रोजगार एवं ऋण स्वीकृति के लिये बैंकर्स मीट और डिक्की सम्मेलन होगा। मेले में पूर्वोत्तर राज्यों, महाराष्ट्र और पंजाब के कलाकार सांस्कृतिक प्रस्तुतियाँ देंगे। पद्मश्री प्रहलाद टिपानियाँ द्वारा कबीर गायन होगा। मेला स्थल पर दीनदयाल रसोई में 10 रुपये में भोजन की व्यवस्था रहेगी।

मेले में 19 से 25 मार्च तक प्रतिदिन जल जागरण- जल संवाद कार्यक्रम में ग्रामीणों से जल सहेजने और जल की उपयोगिता पर चर्चा की जायेगी। मेला परिसर में 20 मार्च को महिलाओं को पिंक ड्रायविंग लाइसेंस उपलब्ध करवाने के लिये शिविर लगेगा। स्वास्थ्य शिविर में हीमोग्लोबिन, ब्लड शुगर तथा ब्लड प्रेशर की जाँच कराकर महिलाओं को लालिमा कार्ड वितरित किये जायेंगे। शाम 5 बजे कृषि संगोष्ठी के बाद शाम 7 बजे कवि सम्मेलन होगा।

क्रिकेट, कब्बडी प्रतियोगिता, युवक-युवतियों के लिये रोजगार और ऋण स्वीकृति के लिये डिक्की सम्मेलन तथा बैंकर्स मीट 21 मार्च को रखी गई है। मेले में शाम 7 बजे पद्मश्री प्रहलाद टिपानियाँ कबीर भजन प्रस्तुत करेंगे। शिक्षक सम्मान समारोह 22 मार्च को होगा। इच्छापुर से शाहपुर तक होने वाली ताँगा और छकड़ा रेस मेले का मुख्य आर्कषण रहेगी। शाम 7 बजे से सावित्री बाई फुले के जीवन पर नाटक का मंचन होगा।

मेले में 23 मार्च को काँटा कुश्तियों का दंगल, क्रिकेट और कबड्डी के सेमीफाइनल मैच के साथ औरंगाबाद (महाराष्ट्र) से आये कलाकार भारूड़ नाटक का मंचन करेंगे। 24 मार्च को पंजाब के प्रसिद्ध गिद्धा और भांगड़ा नृत्य तथा 25 मार्च को पूर्वोत्तर राज्यों के लोक नृत्य प्रस्तुत किये जायेंगे। मेले में प्रतिदिन कृषक संगोष्ठी होगी, जिसमें खेती को लाभ धंधा बनाने के तरीकों के बारे में कृषि विज्ञान केन्द्र के प्रतिनिधि तथा विषय-विशेषज्ञ ग्रामीणों को आवश्यक जानकारियाँ देंगे।

मंत्री श्रीमती अर्चना चिटनिस ने बताया कि चैत्र नवरात्र पर होने वाले इस पर्व को ग्रामोदय मेले का स्वरूप दिया गया है। इसमें कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, मत्स्य-पालन, वन, स्वास्थ्य, खाद्य एवं ग्रामोद्योग और खेल विभाग के सहयोग से विभिन्न गतिविधियाँ संचालित होगी।

संदीप कपूर

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