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1.14 अरब के 3 कार्यों का भूमिपूजन


लोक निर्माण मंत्री सरताजसिंह ने दी समझाइश - काम की गुणवत्ता, समय पर भुगतान पर दें ध्यान

मंदसौर। पिछले 12 वर्षों में मप्र में विकास की नई परिभाषा लिखी है। नए-नए प्रतिमान बनाए हैं। हम विकास की गति को और तेज करेंगे तथा वर्ष 2018 तक पूरे मप्र को सड़क की समस्या से मुक्त कर देंगे। हमने एक ही फार्मूला तय किया है कि काम की गुणवत्ता बनी रहे और समय पर भुगतान हो। इसी के चलते अब बाहरी प्रदेशों के ठेकेदार भी हमारे प्रदेश में आ रहे हैं और एसओआर से भी कम दर पर टेंडर ले रहे हैं। अब प्रदेश में ऐसी सड़कें ही बनेंगी जो 30-40 वर्ष तक उपयोगी रहेगी। रोड ठेकेदार के लिए पांच वर्ष की गारंटी भी तय कर दी है।

यह बात लोक निर्माण विभाग मंत्री सरताजसिंह ने कही। वे रविवार को सीतामऊ फाटक क्षेत्र में 1.14 अरब रुपए की लागत के तीन बड़े निर्माण कार्यों के भूमिपूजन किया। इसमें सीतामऊ फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज, काला भाटा बांध के द्वितीय चरण में फिल्टर प्लांट एवं नौलखा बीड़ क्षेत्र में बनने वाली हवाई पट्टी का निर्माण शामिल है। मंत्री श्री सिंह ने कहा कि अगले कुछ वर्षों में प्रदेश की सारी सड़के बना दी जाएगी। हम मिसिंग लिंक को भी मेजर रोड से कनेक्ट करेंगे। प्रदेश को हर मामले में आगे ले जाकर इसे अव्वल बनाएंगे। मंदसौर जिले में पांच नई सड़कों को मुख्य जिला मार्ग में ले लिया गया है।

ओवरब्रिज का भानपुरा

तक को मिलेगा लाभ

सांसद सुधीर गुप्ता ने कहा कि सीतामऊ फाटक पर रेलवे ओवरब्रिज बनने के बाद शहर के साथ ही भानपुरा तक के लोगों को लाभ मिलेगा। अब रेलवे फाटक पर जाम की समस्या से भी निजात मिलेगी। पिपलियामंडी और शामगढ़ में भी ऐसा ही ओवरब्रिज बनाया जाएगा। मंदसौर में बनने वाली हवाई पट्टी, उदयपुर से इंदौर की बीच की सबसे बड़ी एयर स्ट्रिप होगी।

80 प्रश राज्य की

20 प्रश केंद्र की

विधायक यशपालसिंह सिसौदिया ने कहा कि 1 अरब 14 करोड़ के तीन बड़े निर्माण कार्यों का भूमिपूजन इस बात का प्रतीक है कि मंदसौर जिला जल्द ही प्रदेश में अव्वल स्थान पर होगा। संयुक्त भागीदारी में बड़े-बड़े काम हो रहे हैं। रेलवे ओवरब्रिज, फिल्टर प्लांट और हवाई पट्टी बनने से नागरिकों की बरसों पुरानी और बेहद वाजिब मांगें अब पूरी हो जाएंगी। सीतामऊ फाटक ओवरब्रिज में कुल लागत की 80 प्रश राशि राज्य सरकार और 20 प्रश राशि केंद्र सरकार वहन करेगी।

कार्यक्रम में जिपं अध्यक्ष प्रियंका गोस्वामी, नपाध्यक्ष कुसुम गुप्ता, भाजपा जिलाध्यक्ष देवीलाल धाकड़ ने भी संबोधित किया। स्वागत भाषण मप्र सेतु विकास निगम की कार्यपालन यंत्री शोभा खन्ना ने दिया। कलेक्टर स्वतंत्रकुमार सिंह, एसपी मनोज शर्मा, लोनिवि के अधीक्षण यंत्री उज्जैन योगेश बागोले सहित स्थानीय जनप्रतिनिधिगण, नपा सभापतिगण, पार्षदगण, अधिकारी एवं बड़ी संख्या में नागरिक भी उपस्थित थे। नपा उपाध्यक्ष इंद्रमोहन सैनी ने संचालन किया। नरेश चंदवानी ने आभार माना।

'मशीन से कर रहे हैं फोरलेन

में गड़बड़ियों की जांच'

मंदसौर। रविवार को शहर में आए लोक निर्माण मंत्री सरताजसिंह पत्रकारों से चर्चा में लेबड़-नयागांव फोरलेन में गड़बड़ियों को लेकर पूछे गए सवालों को लेकर एकमत नहीं दिखे। कभी वे विभाग के पिछले मंत्री द्वारा समिति के साथ की गई जांच की रिपोर्ट में खास कमियां नहीं बताते रहे तो कभी फोरलेन पर मिल रहे अंदरूनी मार्गों के जोड़ को ठीक नहीं बताते रहे। एक बार उन्होंने कहा कि प्रदेश का पहला प्रोजेक्ट होने से अधिकारी भी इसे ठीक से तैयार नहीं कर पाए और आखिर में कहा कि इस मार्ग पर दो मशीनें जांच कर रही हैं, जो गड्ढों से लेकर अलाइनमेंट व अन्य तकनीकी जांच करेगी।

मंत्री श्री सिंह ने तो सबसे पहले लेबड़-नयागांव फोरलेन पर हो रही लगातार दुर्घटनाओं के लिए वाहन चालकों को ही दोषी बताते हुए कहा कि वे ड्राइविंग रूल का उल्लंघन कर रहे हैं। ट्रैक्टर-ट्रॉली में लाइट नहीं होती है और वे बीच रास्ते में ही खड़ी कर देते हैं। इसके बाद उन्होंने विभाग के पिछले मंत्री द्वारा विधायकों की समिति के साथ फोरलेन की कमियों पर रिपोर्ट के बारे में कहा कि उसमें बिजली पोल की कमी, पौधे नहीं लगना, ले बाय पर शौचालय बंद होना जैसी बातें लिखी थीं पर उनसे दुर्घटनाओं का कोई संबंध नहीं होता है। इसके बाद फिर उन्होंने कहा कि फोरलेन के अनुबंध में ही कई कमियां रही हैं। अधिकारियों ने भी इसे स्वीकार किया है कई जगह अंडर पास बनना थे पर नहीं बने हैं। अब यह हो नहीं सकते हैं। इसके लिए अलग से बजट निकालना पड़ेगा। सबसे आखिर में उन्होंने कहा कि फोरलेन की जांच के लिए दो मशीनों से जांच कर रहे हैं। कम्प्यूटराइज्ड मशीन सभी खामियां बता देगी।

सेफ्टी ऑडिट भी नहीं

फोरलेन के सेफ्टी ऑडिट संबंधी प्रश्न पर लोक निर्माण मंत्री ने कहा कि रोड का सेफ्टी ऑडिट तो नहीं हुआ है पर लगातार समीक्षा कर रहे हैं, यह सेफ्टी ऑडिट ही है।

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