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Home - उज्जैन << उज्जैन / कलेक्टर उज्जैन श्री नीरज कुमार सिंह ने नोडल अधिकारी बाढ़ प्रबंधन कलेक्ट्रेट कार्यालय,नगर निगम, होमगार्ड, विद्युत विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को बाढ़ आपदा संबंधी जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया है कि शिप्रा नदी के प्रमुख घाटों पर पानी के डेंजर लेवल, अलार्म लेवल की व्यवस्थित मार्किंग कराएं। पिछले सालों में शिप्रा नदी के घाटों पर अधिकतम और न्यूनतम कितना जलस्तर रहा है इसकी जानकारी भी अपडेट करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीना, निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक, अपर कलेक्टर श्री अनुकूल जैन सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थें। अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रभावित होने वाले प्रमुख इलाकों को भी चिन्हित करें । साथ ही कितने घर बाढ़ आपदा के दौरान प्रभावित होते हैं इसकी जानकारी भी संधारित की जाएं। बाढ़ आपदा के दौरान लगभग कितने रेस्क्यू कैंप के संचालन की आवश्यकता हैं और उनकी क्षमता का आकलन करें । इसके अतिरिक्त कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए की बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए अस्का लाइट्स , रस्से, मोटराइज्ड और नॉन मोटराइज्ड बोट्स इत्यादि सुरक्षा उपकरण खरीदने की आवश्यकता है इसका भी आंकलन कर जानकारी दी जाएं। उन्होंने कहा की जिले में अपस्ट्रीम पर स्थापित बांधो की कैपिसिटी और कब-कब इन बांधो से पानी छोड़ा जाता हैं इसकी जानकारी भी बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति को दी जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने बाढ़ आपदा के दौरान रोड कनेक्टिविटी से प्रभावित होने वाले ग्रामों की जानकारी। ऐसे क्षेत्रों में अग्रिम रूप से भोजन और आवश्यक दवाइयां की भंडारण की व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री निर्देश दिए कि इन सभी बिंदुओं पर दो दिनों में जानकारी तैयार की जाए। शनिवार 19 अप्रैल को उक्त बिंदुओं पर बाढ़ आपदा प्रबंधन की समीक्षा की जाएगी।

उज्जैन / कलेक्टर उज्जैन श्री नीरज कुमार सिंह ने नोडल अधिकारी बाढ़ प्रबंधन कलेक्ट्रेट कार्यालय,नगर निगम, होमगार्ड, विद्युत विभाग सहित अन्य संबंधित विभागों को बाढ़ आपदा संबंधी जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए हैं। कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देशित किया है कि शिप्रा नदी के प्रमुख घाटों पर पानी के डेंजर लेवल, अलार्म लेवल की व्यवस्थित मार्किंग कराएं। पिछले सालों में शिप्रा नदी के घाटों पर अधिकतम और न्यूनतम कितना जलस्तर रहा है इसकी जानकारी भी अपडेट करें। बैठक में पुलिस अधीक्षक श्री प्रदीप शर्मा ,मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत श्री मृणाल मीना, निगम आयुक्त श्री आशीष पाठक, अपर कलेक्टर श्री अनुकूल जैन सहित अन्य संबंधित विभागों के अधिकारी उपस्थित थें। अतिवर्षा एवं बाढ़ की स्थिति में ग्रामीण और शहरी क्षेत्रों में प्रभावित होने वाले प्रमुख इलाकों को भी चिन्हित करें । साथ ही कितने घर बाढ़ आपदा के दौरान प्रभावित होते हैं इसकी जानकारी भी संधारित की जाएं। बाढ़ आपदा के दौरान लगभग कितने रेस्क्यू कैंप के संचालन की आवश्यकता हैं और उनकी क्षमता का आकलन करें । इसके अतिरिक्त कलेक्टर श्री सिंह ने निर्देश दिए की बाढ़ आपदा प्रबंधन के लिए अस्का लाइट्स , रस्से, मोटराइज्ड और नॉन मोटराइज्ड बोट्स इत्यादि सुरक्षा उपकरण खरीदने की आवश्यकता है इसका भी आंकलन कर जानकारी दी जाएं। उन्होंने कहा की जिले में अपस्ट्रीम पर स्थापित बांधो की कैपिसिटी और कब-कब इन बांधो से पानी छोड़ा जाता हैं इसकी जानकारी भी बाढ़ आपदा प्रबंधन समिति को दी जाएं। कलेक्टर श्री सिंह ने बाढ़ आपदा के दौरान रोड कनेक्टिविटी से प्रभावित होने वाले ग्रामों की जानकारी। ऐसे क्षेत्रों में अग्रिम रूप से भोजन और आवश्यक दवाइयां की भंडारण की व्यवस्था के संबंध में भी जानकारी अपडेट करने के निर्देश दिए। कलेक्टर श्री निर्देश दिए कि इन सभी बिंदुओं पर दो दिनों में जानकारी तैयार की जाए। शनिवार 19 अप्रैल को उक्त बिंदुओं पर बाढ़ आपदा प्रबंधन की समीक्षा की जाएगी।


उज्जैन: स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 अंतर्गत की जाने वाली कार्यवाहियों के संबंध में एक आवश्यक बैठक कलेक्टर श्री नीरज सिंह की अध्यक्षता में तथा आयुक्त श्री आशीष पाठक की उपस्थिति में कलेक्टर कार्यालय में आयोजित हुई।
बैठक में आयुक्त द्वारा पूर्व स्वच्छता सर्वेक्षण अंतर्गत की गई कार्यवाही संक्षिप्त विवरण प्रस्तुत किया गया। जिसके उपरांत स्वच्छता अभियान कंसल्टेंट गरिमा गोस्वामी द्वारा पूर्व सर्वेक्षण की गाईड लाईनवार निगम को प्राप्त अंकों की जानकारी प्रस्तुत की गई साथ ही स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की गाईडलाईन से अवगत कराया गया।
कलेक्टर श्री नीजर सिंह द्वारा निर्देशित किया गया कि स्वच्छता सर्वेक्षण 2024 की गाईड लाईन अनुसार विस्तृत कार्ययोजना तैयार की जाए एवं प्रत्येक कार्य की समय सीमा का निर्धारण किया जाए तथा निर्धारित कार्यो हेतु किन शासकिय विभागों से समन्वय की आवश्यकता है उसका भी विशेष उल्लेख किया जाकर सात दिवस में कार्य योजना प्रस्तुत की जाए ताकि उस अनुसार कार्यवाही करते हुए अधिकारियों को दायित्व सौंपे जा सके।
आपने विजुअल क्लियरिंग अन्तर्गत शहर के नाले एवं नालियों की संख्या एवं उनकी सफाई व्यवस्था की जानकारी प्राप्त की गई जिसके क्रम में आयुक्त श्री आशीष पाठक द्वारा अवगत कराया गया कि शहर में लगभग 64 बड़े एवं छोटे नाले एवं नालियां है। वर्षा ़ऋतु आरंभ होन से पूर्व 15 जुन तक समस्त नाले एवं नालियों की सफाई का कार्य पूर्ण कर लिया जाएगा।
कलेक्टर श्री नीरज सिंह द्वारा निर्देशित किया गया कि नाला सफाई का झोनवार शेड्यूल बनाया जाकर तीन दिवस में प्रस्तुत किया जाए।
बैठक में उपायुक्त श्रीमती आरती खेडेकर, श्री संजेश गुप्ता, श्रीमती कृतिका भीमावत, श्री पीके सुमन सहित सहायक आयुक्त, झोनल अधिकारी, स्वास्थ्य अधिकारी इत्यादि उपस्थित रहे।

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