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धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय को गर्ल्स और बॉयज होस्टल के साथ 500 सीट के ऑडिटोरियम बनाने की अनुमति मिली


धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय में विद्यार्थियों को हाेने वाली असुविधाओं को देखते हुए गर्ल्स और बॉयज हाेस्टल बनने वाला है। महाविद्यालय को शासन से हाेस्टल के साथ ऑडिटोरियम की मंजूरी मिल गई है। आयुर्वेदिक कॉलेज को बने 60 साल से अधिक समय हो गया है, इसके बावजूद यहां आज तक गर्ल्स हाेस्टल नहीं था। साथ ही पुराना बना हुआ बॉयज हाेस्टल मरम्मत नहीं होने के कारण खंडहर हो गया था, जिसके चलते यह भवन भी खाली हो गया। महाविद्यालय मंगलनाथ रोड पर स्थित है।

शहर से दूर होने के कारण छात्रों को न ही पास में अच्छे किराए से घर या कमरे मिल पाते हैं और न ही आने-जाने के लिए पब्लिक व्हीकल आसानी से उपलब्ध हो पाते हैं। हाेस्टल की व्यवस्था के लिए कई बार छात्रों द्वारा मांग भी की गई थी। होस्टल और ऑडिटोरियम महाविद्यालय परिसर में बनाया जाने की योजना बनाई गई है।

कैंटीन के साथ मनोरंजन हॉल भी
8.38 करोड़ के बजट में तैयार होने वाले ऑडिटोरियम में एक बार में 500 लोग बैठ पाएंगे। इसमें कार्यशालाएं, सेमिनार और सांस्कृतिक समारोह को आयोजन किया जाएगा। 13.45 करोड़ के बनने वाले बॉयज हाेस्टल 125 बेड का होगा। साथ ही 13.86 करोड़ से बनने वाले गर्ल्स हाेस्टल भी 125 बेड का होगा। दोनों हॉस्टल के सभी कमरों में आलमारी, टेबल, कुर्सी और बाकी सभी जरूरत के सामान रखे जाएंगे। इसके साथ ही दोनों ही होस्टल में अलग-अलग कैंटीन रहेगी, ताकि छात्रों को बाहर जाकर परेशान न होना पड़े। होस्टल में वार्डन रूम के साथ एक कॉमन मनोरंजन हॉल बनाया जाएगा, जहां सभी विद्यार्थी बैठ सकेंगे।

तीनों प्रोजेक्ट का उपयोग
ऑडिटोरियम और हाेस्टल की राशि मिलते ही शासन स्तर पर चयनित एजेंसी द्वारा निर्माण कार्य शुरू कर दिया जाएगा। तीनों ही प्रोजेक्ट आने वाले सिंहस्थ तक पूर्ण होना तय किया गया है। यह प्रोजेक्ट सिर्फ महाविद्यालय के विद्यार्थिर्यो को ही नहीं, सिंहस्थ कार्य में भी अपना योगदान देंगे। ऑडिटोरियम का कार्य मेला क्षेत्र विकास अंतर्गत और हाेस्टल का निर्माण आवास व्यवस्था अंतर्गत शासन द्वारा करवाया जाएगा। तीनों ही भवनों का उपयोग सिंहस्थ के समय प्रशासन कर पाएगा।

आवागमन में परेशानी के चलते की बस की व्यवस्था
इन तीनों प्रोजेक्ट काफी समय से प्रयास चल रहे थे। विभाग प्रमुख सोनाली पोंक्षे का सहयोग रहा है। सिंहस्थ समीक्षा समिति बैठक में करीब तीन बार तीनों प्रकरणों पर बिंदु रखे गए। होस्टल और ऑडिटोरियम को सिंहस्थ मद से बनाने की अनुमति मिल गई है और जल्द ही काम भी शुरू किया जाएगा। विद्यार्थिर्यों को आवागमन में परेशानी आती थी, महाविद्यालय द्वारा बस की व्यवस्था की गई है।
- डॉ. जेपी चौरसिया, प्रधानाध्यापक, धन्वंतरि आयुर्वेद महाविद्यालय

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