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श्रद्धालु क्यूआर कोड स्कैन कर अब सुनेंगे मूर्तियों से जुड़ी कहानी और धार्मिक मान्यता


महाकाल लोक भ्रमण के लिए आने वाले श्रद्धालु के लिए ऑडियो गाइड की सुविधा शुरू की गई है। इसके चलते मूर्तियों और दीवारों पर बनी आकृतियों के बारे में जानकारी सुनी जा सकेगी। इसके साथ ही शहर के अन्य प्रमुख मंदिराें में भी ऑडियाे से श्रद्धालु वहां के बारे में जान सकेंगे, ऐसी सुविधा तैयार करने का प्रस्ताव है।

स्मार्ट सिटी द्वारा महाकाल लोक की सभी मूर्तियों के साथ उनसे जुड़ा विवरण भी लिखा है। इसी विवरण के साथ एक क्यूआर कोड दिया है, जिसे स्कैन कर मूर्ति से जुड़ी कहानी और धार्मिक मान्यता काे अब सुना भी जा सकेगा। इस ऑडियो सुविधा को यूएमए एप द्वारा संचालित किया जाएगा।

महाकाल लोक के लिए अभी 100 से ज्यादा ऑडियो तैयार किए जा चुके हैं, बाकी कार्य एक से डेढ़ महीने में पूरा करना तय किया गया है। स्मार्ट सिटी के अधीक्षण यंत्री नीरज पांडे ने बताया कि करीब दो कराेड़ की लागत से सॉफ्टवेयर डेवलप किया जाकर ऑडियो बनाए गए हैं। यह क्यूआर कोड स्कैन करने पर काम करेगा।

अब पढ़ने के साथ सुन भी पाएंगे मूर्तियों के बारे में

महाकाल लोक में धार्मिक ग्रंथों, उपन्यास के कई दृश्य को मूर्तियों के माध्यम से संजोया गया है, जिनके बारे में वर्तमान में कई लोगों को सही जानकारी नहीं होती है। ऐसे में यह श्रद्धालु ऑडियो गाइड की मदद से मूर्तियों की कहानी पढ़ने के साथ सुन भी पाएंगे। जिनकाे भाषा संबंधित परेशानी होगी, उनके लिए चार अलग-अलग भाषाओं में ऑडियो बनाए गए हैं। इसमें अभी हिंदी, अंग्रेजी, मराठी, गुजराती भाषा को जोड़ा गया है। जिससे यहां आने वाले लोग अपने मुताबिक भाषा चुनकर कहानियां सुन सके।

महाकाल लोक के लिए 100 से ज्यादा ऑडियो तैयार हुए

समुद्र मंथन, सप्त ऋषियों की कहानी, नंदी गेट जैसी कई जगहों के ऑडियो तैयार हो गए हैं। सभी मूर्तियों का लिखित विवरण पूरा हो गया है, 100 से ज्यादा ऑडियो भी तैयार हो गए हैं। इन ऑडियो को उज्जैन और कुछ बाहर के धार्मिक विशेषज्ञों ने तैयार किया है। इन्हें बनाने का काम स्मार्ट सिटी पिछले 5 से 6 महीनों से कर रही है। सॉफ्टवेयर और क्यूआर कोड को बनाने में 2 करोड़ की लागत लगी है। महाकाल लोक में ऑडियो गाइड का काम पूर होने के बाद शहर के अन्य प्रमुख मंदिरों में इस सुविधा की तैयारी चल रही है। बाहर से आने वाले श्रद्धालु उज्जैन के इतिहास व मंदिरों की कहानी जान पाएंगे।

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