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बच्चों को शिक्षित बनाने के साथ संस्कारी भी बनाये



श्रीराम कथा में बोले सिध्द बाबा नरसिंहदास महाराज
उज्जैन। बालपन सुधर गया तो जवानी सुधर जाएगी और जवानी सुधरी तो बुढ़ापा।
इसलिए बच्चों को शिक्षित बनाने के साथ संस्कारी भी बनाये। संतान को
चाहिये कि प्रातः काल उठकर सर्वप्रथम माता-पिता और गुरू को प्रणाम करें।
जो अपने माता-पिता को आदर नहीं देता वह डॉक्टर, इंजीनियर, व्यापारी बन
जाये कितना भी धनवान हो जाए उस पर धिक्कार है।
उक्त बात विश्व विराट मानव कल्याण सेवा चेरीटेबल ट्रस्ट गुजरात के
तत्वावधान में महामंडलेश्वर महावीरदास महाराज के सानिध्य में समस्त भक्त
मंडल द्वारा गयाकोटा सप्तऋषि मंदिर के पास इंदिरानगर में आयोजित श्री
रामकथा में सिध्द बाबा नरसिंहदास महाराज ने श्रीराम कथा के छठवें दिन
कही। आपने कहा कि दूसरे को सुखी देखकर खुशी होना आनंद की अनुभूति होती है
तब वह सानंद कहलाता है और यह आनंद लौकीक होता है, परम आनंद आता है और यही
परमानंद होता है। इसी प्रकार अभावग्रस्त बीमारी से पीड़ित किसी की मदद
करने के बाद संतुष्टि या आनंद प्राप्त होता है वह भी परमानंद कहलाता है।
कर लिया तो काज भज लिया तो राम, बच्चों को खेलने देवे, बच्चे तेजस्वी और
बुध्दिमान होवेंगे। आयोजन समिति के अजीत मंगलम ने बताया कि श्री श्री
1008 महामंडलेश्वर सिध्दबाबा नृसिंहदास महाराज द्वारा प्रातः काल ग्यारह
मुखी हनुमान प्रतिमा के समक्ष यज्ञशाला में यज्ञ कुंडों में हनुमान कवच
से आहूति डाली गई। कथा प्रारंभ पर व्यासपीठ का पूजन एवं महाराजश्री का
पादुका पूजन रवि राय ने सपरिवार किया। मुख्य यजमान हरिसिंह यादव ने
प्रसादी का आयोजन किया। कथा समापन पर आरती चामुंडा माता मंदिर के पुजारी
शरद चौबे, अनंतनारायण मीणा, अजीत मंगलम, पार्षद माया त्रिवेदी, बम्बाखाना
व्यापारी एसोसिएशन अध्यक्ष वरूण शर्मा, मीना राजेन्द्र भारती, उज्जैन
पेंशनर्स एसोसिएशन अध्यक्ष डी.के. नागले, नरेन्द्रसिंह तोमर, दिनेश
पंड्या एडव्होकेट, उत्तरामुखी हनुमान मंदिर के पुजारी अमिष गुरू,
महाकालेश्वर मंदिर के पुजारी विनायक गुरू, शुभम गुरू, चेतन आर्य, अरविंद
व्यास, हार्दिक राय, वंश यादव, रिको राय, रणकेश्वरधाम परिवार, जिगर
चौरसिया, अंबे माता मंदिर के पुजारी अनिरूध्द पांडे, राजू साहू, लोक
कलाकार सुदर्शन आयाचित, मनोहरलाल ललावत, जेनेन्द्र मेहता, अतृत मोटवाणी,
रामदास भक्त मंडल के दीपक चौपड़ा आदि ने की।

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