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शहर को सप्लाय होने वाले पानी में तैर रही थी काई



कांग्रेसी पार्षदों ने कहा गंभीर भरा हुआ, जलसंकट के लिए करोड़ों खर्च कर नर्मदा लाये तो शहरवासियों को प्रतिदिन पानी क्यों नहीं
उज्जैन। गंभीर में 1800 एमसीएफटी पानी होने के बाद भी शहरवासियों को खान का गंदा पानी पिलाया जा रहा है। कांग्रेसी पार्षदों का दल सोमवार को जब गउघाट संयंत्र पर पहुंचा तो बदबूदार और गंदे पानी को देख अपना आक्रोश व्यक्त किया। लोगों को पिलाये जाने वाले पानी में काई तैर रही थी पूरे प्लांट में गंदगी का आलम पसरा नजर आया। पानी का सैंपल लेने के लिए योग्य कर्मचारी तक उपलब्ध नहीं है। कांग्रेसी पार्षदों ने गिलास में संयंत्र का पानी लिया तो उसमें कंजी तैरती नजर आई। पार्षदों ने पूरे मामले से निगमायुक्त को अवगत कराया तथा शहरवासियों को गंभीर डेम का पानी प्रतिदिन सप्लाय किये जाने की मांग की। 
नेता प्रतिपक्ष राजेन्द्र वशिष्ठ के अनुसार गंभीर डेम में 1800 एमसीएफटी पानी है। शहर को प्रतिदिन गंभीर डेम से सप्लाय किया जाना चाहिये जबकि वर्तमान में गउघाट संयंत्र से 3 भी एमजीडी पानी पीने के लिए सप्लाय किया जा रहा है। खान नदी का गंदा पानी शहरवासियों को पिलाया जा रहा है। दीपावली के पर्व पर नगरवासियों को प्रतिदिन पीने का पानी प्रदाय किया जाए और दीपावली पश्चात प्रतिदिन जलप्रदाय की व्यवस्था की जावे। गंभीर डेम में पानी कम है तो अभी से करोड़ों रूपये खर्च कर नर्मदा मैया का पानी उज्जैन लाया गया है उसका उपयोग कर शहरवासियों को पीने का पानी उपलब्ध कराया जाए। खान डायवर्ट करने के नाम पर करोड़ों रूपये खर्च करने के बाद भी गंदा पानी क्षिप्रा में मिल रहा है। इस पर तुरंत कार्रवाई होनी चाहिये। अधिकारी और कर्मचारियों की मेंटनेंस के प्रति लापरवाही के चलते आज गंभीर डेम में 7.50 एमजीडी क्षमता की मोटर खराब है, साथ ही पंप भी खराब हो गया है। हालत यह है कि नगर निगम के पास एक भी इलेक्ट्रिशियन कार्यरत नहीं है। हेल्परों के भरोसे नगर निगम के मेंटनेंस की व्यवस्थाएं चल रही हैं और यही कारण है कि नगर निगम का वर्तमान बोर्ड शहरवासियों को प्रतिदिन शुध्द पानी पिलाने में असफल रहा है। गंभीर डेम पर 33 के.व्ही. के दो सब स्टेशन हैं और नगर निगम के पास स्किल्ड स्थाई कर्मचारी नहीं है। ऐसी स्थिति में हेल्परों के भरोसे जलप्रदाय व्यवस्था रही तो एक और शहरवासियों के उपर पीने के पानी का संकट रहेगा वहीं दूसरी ओर नगर निगम के उपर मोटर पंप को सुधारने में भी लाखों रूपये खर्च होते हैं। राजेन्द्र वशिष्ठ के साथ कांग्रेसी पार्षद आजाद यादव, माया राजेश त्रिवेदी, सपना सांखला, प्रमीला मीणा, रहीम शाह, रेखा गेहलोत, जफर एहमद, आत्माराम मालवीय, हिम्मतसिंह देवड़ा ने निगम कमिश्नर को ज्ञापन सौंपकर आग्रह किया कि शहरवासियों को खान का गंदा पानी नहीं पिलाया जाए, गंभीर नदी से प्रतिदिन जल सप्लाय किया जाए और आने वाले समय में पानी का संकट न रहे इसके लिए नर्मदा मैया का पानी का उपयोग शहरवासियों के लिए किया जाए। 

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