मायावती ने दूसरी बार इस्तीफा पत्र दिया, राज्यसभा में हुआ मंजूर
बीएसपी प्रमुख मायावती का इस्तीफा मंजूर कर लिया गया है. मायावती ने आज राज्यसभा के सभापति हामिद अंसारी से मुलाकात की है और उन्हें अपने इस्तीफे की दूसरी कॉपी सौंपी, जिसके बाद उनका इस्तीफा मंजूर कर लिया गया. मायावती ने मंगलवार को राज्यसभा की सदस्यता से इस्तीफा दिया था. तब मायावती ने आरोप लगाया था कि राज्यसभा में उन्हें बोलने का मौका नहीं दिया जा रहा है.
आपको बता दें कि मंगलवार को मायावती ने तीन पेज का इस्तीफा भेजा था, लेकिन इस्तीफा मंजूर होने के लिए बिना किसी कारण बताए इस्तीफा देना पड़ता है और इसिलए मायावती ने आज हामिद अंसारी से मुलाकात की और अपने इस्तीफा की चिट्टी दोबारा सौंपी.
सभापति को भेजी तीन पेज की चिट्ठी में मायावती ने राज्यसभा में अपने साथ हुए पूरे व्यवहार का जिक्र करते हुए आरोप लगाया था कि वो सहारनपुर दलित हिंसा पर अपनी बात रखना चाहती थी, लकिन उन्हें बोलने से रोक दिया गया.
खास बात ये है कि मायावती ने ऐसे वक्त में इस्तीफा दिया है जब अगले साल ही राज्यसभा से उनका कार्यकाल खत्म हो रहा था.
अपने इस्तीफे के बाद मायावती ने आरोप लगाया था कि वो दलित समाज से आती हैं और सत्ता पक्ष संसद में उन्हें अपनी बात नहीं रखने दे रहा है. उन्होंने कहा था, “मैं जब बोल रही थी तब सरकार के मंत्री खड़े हो गए और मुझे बोलने नहीं दिया गया. मैंने इस देश के करोड़ों दलितों, पिछड़ों, मजदूरों और किसानों के हित में राज्यसभा के सभापति को इस्तीफा सौंपा है. जब सत्ता पक्ष मुझे अपनी बात रखने का भी समय नहीं रहा तो मेरा इस्तीफा देना ही ठीक है.”
तब सदन में क्या हुआ था ?
मंगलवार को राज्यसभा में मायावती करीब तीन मिनट बोल चुकी थीं जिसके बाद चेयर ने उन्हें अपनी बात रोकने को कहा लेकिन मायावती बोलने के लिए और वक़्त दिए जाने पर अड़ी रहीं. इसके बावजूद डिप्टी चेयरमैन ने उन्हें मौका नहीं दिया. इसके बाद वो काफी गुस्से में आ गईं और राज्यसभा से इस्तीफे की धमकी दे डाली.